School Summer Vacation: छात्रों की हो गई बल्ले-बल्ले, इतने दिन बंद रहेंगे सभी स्कूल

वर्तमान में देश के अनेक राज्यों में गर्मी का सीजन अपने चरम पर चल रहा है और अत्यधिक गर्मी हो रही है जिसके कारण से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि गर्मी इतनी ज्यादा हो रही है कि जिससे लोगों को घर से बाहर निकलने में भी समस्या हो रही है और गर्मी के कारण बड़ों का तो हाल बेहाल है ही साथ में बच्चों को भी गर्मी से खतरा बना हुआ है।
उत्तर प्रदेश राज्य में भी वर्तमान में अत्यंत गर्मी हो रही है और हमेशा गर्मी का प्रकोप जारी है और उत्तर प्रदेश राज्य में रोजाना तापमान 40 से 44 डिग्री तक पहुंच रहा है और इसको देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा सभी नागरिकों के लिए लू को लेकर सतर्क किया गया है और इससे एहतियाती बरतने को कहा है और उसके लिए राज्य सरकार महत्वपूर्ण कदम भी उठा रही है।
आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य में इस बार की गर्मी के सीजन में समर कैंप का आयोजन किया जाने वाला है जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ योग, खेल और कला-संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी और सरकार का जोर गर्मी से राहत और समग्र विकास दोनों पर है ताकि राज्य के विद्यार्थियों को गर्मी से बचाया जा सके और साथ ही उनको अध्ययन के साथ-साथ अन्य आवश्यक गतिविधियों से भी जोड़ा जा सके।
उत्तर प्रदेश राज्य में इस समय इतनी ज्यादा गर्मी हो रही है जिससे लोगों को बहुत परेशानी हो रही है क्योंकि इन दिनों वहां पर तेज धूप और लू चलने से जनजीवन प्रभावित हो गया है और इसके कारण से सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों, बुजुर्गों और बीमारी से पीड़ित लोगों को हो रही है और इसके साथ ही विद्यालय और विश्वविद्यालय जाने वाली विद्यार्थियों का भी गर्मी से हाल बेहाल है।
अगर हम मौसम विभाग के द्वारा दी गई जानकारी की बात करें तो मौसम विभाग के मुताबिक मई 2025 के मध्य में ही बांदा में तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था जबकि प्रयागराज, झांसी, फतेहपुर और कानपुर जैसे जिलों में भी तापमान 42 से 44 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया था जिसको देखते हुए मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के लिए हीट वेव की चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है।
जैसा कि आप सभी को जानते है कि वर्तमान में गर्मी का सीजन चल रहा है और वर्तमान समय में ऐसी गर्मी हो रही है जिससे बड़े से लेकर छोटे बच्चों का भी हाल बेहाल पड़ा है और इसी स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा विद्यालयों की गर्मियों की छुट्टी को लेकर फैसला लिया जा चुका है और पिछले वर्ष राज्य में सरकार द्वारा विद्यालय में 20 मई से 15 जून तक छुट्टियां घोषित की गई थीं इस बार भी 17 मई से छुट्टियों की शुरुआत हो चुकी है और अगर तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जाता है तो फिर उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा गर्मी की छुट्टियों की अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है और इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित नोटिफिकेशन को भी जारी किया जा सकता है।
State Summer Vacation Dates Schools Reopen
Delhi May 11 – June 30, 2025 July 1, 2025
Uttar Pradesh May 20 – June 15, 2025 June 30, 2025
Rajasthan May 1 – June 15, 2025 June 16, 2025
Madhya Pradesh May 1 – June 15, 2025 June 16, 2025
Bihar June 2 – June 21, 2025 June 23, 2025
Haryana June 1 – June 30, 2025 July 1, 2025
Punjab June 2 – June 30, 2025 July 1, 2025
Chhattisgarh April 25 – June 15, 2025 June 16, 2025
Odisha April 23 – Until further orders TBD (weather dependent)
Andhra Pradesh April 27 – June 11, 2025 June 12, 2025
Telangana April 24 – June 11, 2025 June 12, 2025
Karnataka April 10 – May 28, 2025 May 29, 2025
Kerala April 1 – May 31, 2025 June 1, 2025
Tamil Nadu April 22 – May 31, 2025 June 2, 2025
Maharashtra April 21 – June 14, 2025 June 15, 2025
Gujarat May 5 – June 8, 2025 June 9, 2025
Goa May 1 – June 3, 2025 June 4, 2025
West Bengal April 30 – May (End date based on weather) June 2, 2025 (Tentative)
इस बार की गर्मी के सीजन की छुट्टियों में सरकारी विद्यालय में अभी समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है और यह समर कैंप कहीं कहीं लगाए भी जा चुके है और यह कैंप 20 मई से 15 जून तक आयोजित किए जाएंगे जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को खेल-खेल में अध्ययन, योग, विज्ञान, कला-संस्कृति और तकनीक से संबंधित जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा ‘फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी’ यानी बुनियादी पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी गतिविधियां भी संपन्न करवाई जाएंगी।
जो विद्यार्थी समर कैंप का हिस्सा बनेंगे यानी कि जो भी बच्चे समर कैंप में आने वाले है उन बच्चों को पोषण के लिए गुड़ की चिक्की, बाजरे और रामदाना के लड्डू, गुड़-चना, और लइया पट्टी दी जाएगी। वही विद्यालयों में रोजाना सुबह डेढ़ घंटे के लिए इन कैंपों का आयोजन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षकों को दी जाएगी। इस योजना के लिए भारत सरकार के द्वारा लगभग 200 करोड रुपए का खर्च भी किया जाएगा जिससे बच्चों की प्रतिभा में निखार आएगा और उनका शैक्षिक विकास होना भी निश्चित होगा।